एनएचएआई के प्रशासन ने कोनी चौराहे पर चलाया अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर
रिपोर्ट विनोद कुमार सोनबरसा बजार एवं जगदीशपुर गोरखपुर।
गोरखपुर/पिपराईच थाना क्षेत्र के कोनी चौराहे पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने एन एच 28 कुशीनगर से गोरखपुर जाने वाले मार्ग कोनी जीरो प्वाइंट से कोनी-पिपराइच मोड तक बुधवार को सुबह 11:00 बजे से 30
अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ एनएचएआई प्रशासन में बुलडोजर चलाया गया। एन एच - 28 पर कुशीनगर से गोरखपुर मार्ग पर मेसर्स इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड ने कोनी जीरो पॉइंट से कोनी-पिपराइच मोड तक सड़क के दोनों तरफ 30 अतिक्रमणकर्ताओं को राष्ट्रीय राजमार्ग के मार्गाधिकार क्षेत्र में स्थित अवैध अतिक्रमण हटाए जाने हेतु कंट्रोल आफ नेशनल हाईवे (लैंड और ट्रैफिक), एक्ट 2002 के अंतर्गत 30 जुलाई को नोटिस दिया गया था जिसमें 7 दिन के अंदर अवैध अतिक्रमण हटा लेने के निर्देश दिया गया था।
जिसमें कुछ दुकानदारों और मकान मालिकों ने नोटिस मिलने के अगले ही दिन अपना अतिक्रमण हटाने लगे। प्रोजेक्ट मैनेजर वेद प्रकाश त्रिपाठी और डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर अमित विश्वकर्मा ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक ललित प्रताप पाल के निर्देशन में दो क्रेन और दो जेसीबी से अवैध अतिक्रमण कोनी जीरो पॉइंट से कोनी पिपराइच मोड तक हटवाया गया। जितना जमीन लिया जा रहा है उस जमीन का 2006 में ही सभी को मुआवजा दे दिया गया था और सभी मकान मालिक को अपने जमीन के बारे में पता थी कि मेरी जमीन कहां तक है कुछ लोगों ने तो बढ़-चढ़कर रोड तक अस्थाई सेड, ढाबा, अस्थाई दुकानें और अस्थाई निर्माण आवासीय के लिए बनवा लिया था। उन लोगों को 30 जुलाई को नोटिस देकर 7 दिन के अंदर खाली करने का आदेश दिया था।पचास प्रतिशत दुकानदारों ने अपना अस्थाई सेड, दीवार, छत तोड़कर हटा लिया था कुछ लोग ऐसे भी थे जो अपना अवैध अतिक्रमण नहीं हटा रहे थे प्रशासन की मौजूदगी में दो क्रेन और दो जेसीबी से उसे प्रशासन ने हटवाया
। एक दो दुकानदारों ने विरोध किया तो उन्हें समझा कर यह बताया गया कि जब मुआवजा मिल गया तो आपकी जमीन नहीं है यह सरकार की जमीन है इस पर रोड का निर्माण होगा। कहां तक निर्माण होनी है नाप कर बता दिया गया तो वह लोग भी मान गए।बृहस्पतिवार को भी यह अभियान चलेगा।
इस दौरान चंद्रशेखर ,अश्वनी तिवारी सनी शर्मा नेत्रपाल हरेंद्र सुशील, एनएचआई टीम, कंपनी के कर्मचारी और प्रशासन मौजूद रहै।