ब्यूरो मिर्जापुर
मिर्ज़ापुर। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की “सावधान यात्रा” रविवार को मिर्ज़ापुर जिले के देवकली इण्टर कालेज का मैदान चुनार में आयोजित की गई। इस सावधान यात्रा रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि आज सामाजिक परिवर्तन के महानायक,शोषितों, वंचितों एवं पिछड़े वर्गों में राजनीतिक चेतना जगाने वाले बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा बताए उपदेशों को आत्मसात करके बहुजन कल्याण में अपना सम्पूर्ण जीवन न्यौछावर करने वाले बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम जी के परिनिर्वाण पर हम उन्हें नमन करते है मान्यवर कांशीराम जी के हम शिष्य रहे है उनके बताए रास्ते पर चलने की ज़रूरत है उन्होंने कहा था बिखरा हुआ समाज कभी भी बादशाह नहीं बन सकता लेकिन वह आपस में लड़कर दूसरों को बादशाह जरूर बना देता है "कड़वा" है पर "सत्य" "संगठित" रहें "एकत्रित" रहें..! आगे कहा कि सरकारें अमीर उद्योगपतियों के एक लाख करोड़ से अधिक का कर्जा माफ कर सकती है तो गरीबों के घरेलू बिजली का बिल भी माफ किया जाना चाहिए। उनकी पार्टी मुफ्त बिजली, निशुल्क व एक समान शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, निजी और सरकारी सभी हास्पिटलों में सरकार के खर्चे पर गरीबों व आम आदमी के इलाज की लड़ाई लड़ रही है। इन मुद्दों पर जनता को जोड़ने के लिए वह पूरे प्रदेश में रैलियां कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह देश व प्रदेश में जातीय जनगणना कराने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनके इस आंदोलन व मुहिम से सरकारें दबाव में हैं। जनता इस मुद्दे पर जितनी जल्दी मुखर होगी उतनी जल्दी इसे कराने में सफलता मिल जाएगी। जातीय जनगणना के माध्यम से समाज के दबे, कुचले, अति पिछड़ों, दलितों और गरीबों को उनका हक दिलाने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता के लिए उनकी लड़ाई निरंतर जारी रहेगी। गरीबों की आवाज उनके माध्यम से राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री तक पहुंच रही है। प्रधानमंत्री भी महाराजा सुहेलदेव राजभर की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह सावधान यात्रा गरीबों, वंचितों, दलितों, अति पिछड़ों को जगाने के लिए शुरू की गई है। हर रैली में लोगों का हुजूम उमड़ रहा है। यह हुजूम सरकारों को यह संदेश दे रहा है कि प्रदेश का यह वर्ग अपने हक के लिए जागरूक हो चुका है। जातीय जनगणना कराने का दबाव सरकारों पर बन रहा है। जबतक जातियों की गिनती नहीं होगी तब तक उस जाति को उसका हक नहीं मिलेगा। 1931 में जातीय जनगणना हुई थी। यह व्यवस्था संविधान में है कि हर 10 साल में जातीय जनगणना होगी, लेकिन नहीं कराई जा रही है। जब तक जातीय जनगणना नहीं हो जाएगी तब तक ओम प्रकाश राजभर ऐसे ही बाजा बजाते रहेंगे। इस मुद्दे पर बड़े बड़े पहलवानों को जमीन में दफनाने का काम सुभासपा करेगी। यह लड़ाई समाधान के लिए है।
ओम प्रकाश राजभर नें कहा कि आजादी के 75 साल में पहली बार राजनीति में राजभर, बिंद, प्रजापति,अर्कवंशी, बहेलिया बंजारा, खंगार जैसी जातियों की चर्चा हो रही है। अभी तक नाई, गोंड, निषाद, बिंद जैसी जातियों का प्रयोग सिर्फ वोट के लिए राजनीतिक दल करते रहे हैं, यह सावधान यात्रा इन लोगों को जगाने का काम कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब राजनीतिक दल सत्ता में रहते हैं तो उनके समझ में यह नहीं आता है कि जब नौकरी में आवेदन करता है तो पेपर एक ही होता है। हमारी पार्टी ने तय किया है कि जब देश का संविधान एक है, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एक हैं तो शिक्षा भी एक समान होनी चाहिए। सबको समान भादीगारी मिलनी चाहिए। एक शिक्षा, अनिवार्य शिक्षा और मुफ्त शिक्षा की लड़ाई लड़ने के लिए जनता को तैयार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 5.5 साल से वह विधानसभा में हैं और 9.38 करोड़ रुपये गरीबों के इलाज के लिए दे चुके हैं। अब इस देश में एक कानून बने गरीब किसी भी जाति का हो उसके इलाज व आपरेशन का खर्च सरकार दे। लोगों को रोजगार चाहिए। आज नौजवान बेरोजगार हो रहे हैं। कक्षा चार से ही रोजगारपरक शिक्षा दी जाए। तकनीकी शिक्षा के 100 विषय बनें। रैलियों के माध्यम से जनता को जागरूक किया जाएगा कि कोई भी नेता उनके बीच आए तो उससे रोजगारपरक शिक्षा की बात करें। उदाहरण दिया कि बाइक बनाने की शिक्षा लेने वाला युवा जिस दिन पढ़ाई छोड़ेगा तत्काल रोजगार से जुड़ जाएगा।
राजभर ने बताया कि यात्रा 26 सितंबर से लखनऊ से चल रही है यह सावधान यात्रा यूपी के 75 जिलों से होते हुए 27 अक्तूबर को गांधी मैदान पटना में पहुंचेंगी जहां पर सावधान महारैली के बाद सावधान यात्रा का समापन होगा। उन्होंने बताया कि 2004 से ही उनकी पार्टी बिहार में लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ रही है। आने वाले लोकसभा चुनाव में बिहार में भी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि देश में अब सभी दलों को मालूम हो गया है कि ओम प्रकाश राजभर यूपी में बड़ी ताकत बन गया है। ओम प्रकाश राजभर जो सदन में बोलते हैं वही सड़क पर बोलते हैं।
हाईकोर्ट ने आदेश दे दिया है कि भर, राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल कर दिया जाए। मुख्यमंत्री से सारे सबूत के साथ मिला। मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव ने सीएम के सामने पूरी फाइल देखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़ाई सही है। मुख्यमंत्री दिल्ली प्रस्ताव भेजने के लिए तैयार हो गए। मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को प्रस्ताव भेजने का आदेश दे दिया। 71 साल बाद यह प्रस्ताव लखनऊ से दिल्ली गया है। यह प्रस्ताव दिल्ली से पास कराना है। यह लड़ाई आपके बच्चों के भविष्य की है। इस मुद्दे पर लगातार सीएम से बात हो रही है। मुख्य रूप से राष्ट्रीय प्रमुख प्रवक्ता अरुण राजभर, सालिक यादव,सुनील सिंह,प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव,मंडल अध्यक्ष रमेश राजभर, राजेंद्र बियार,राजेंद्र पटेल,राजू मौर्य,आदि ने रैली को संबोधित किया।
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