ऑपरेशन सिंदूर पर किए गए पोस्ट पर प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को नहीं मिली राहत
दिल्ली। अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को सोमवार को राहत नहीं मिली। सोनीपत की जिला अदालत ने मंगलवार को उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अब इस मामले की अगली सुनवाई 27 मई को होगी। ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट के मामले में प्रोफेसर को रविवार को गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ संप्रभुता और अखंडता को खतरे में डालने सहित कई गंभीर आरोपों में 2 प्राथमिकी दर्ज हैं। हरियाणा राज्य महिला आयोग ने हाल में एसोसिएट प्रोफेसर को उनकी टिप्पणियों पर सवाल उठाते हुए नोटिस भेजा था। हालांकि, महमूदाबाद ने कहा था कि उनका गलत मतलब निकाला गया। प्रोफेसर ने कहा कि उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपने मौलिक अधिकार का प्रयोग किया है।
सुप्रीम कोर्ट भी प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की याचिका पर सुनवाई करने पर सहमति जता चुका है, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट के लिए अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है। चीफ जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने एसोसिएट प्रोफेसर की ओर से पेश सीनियर वकील कपिल सिब्बल की दलीलों पर गौर किया। उन्होंने कहा कि याचिकाओं को मंगलवार या बुधवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा। सिब्बल ने कहा, ‘उन्हें देशभक्ति वाले बयान के लिए गिरफ्तार किया गया है। कृपया इसे आज सूचीबद्ध करें।' इस पर प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि कृपया इसे कल या परसों लिस्टेड किया जाए।