गोरखपुर का चौरीचौरा बना शर्मसार: होटलों में अनैतिक गतिविधियों का अड्डा, ग्रामीणों ने खोली पोल
पी.के. लॉज और गोल्डेन होटल पर गंभीर आरोप, पुलिस-प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
कृपा शंकर चौधरी
गोरखपुर। चौरीचौरा क्षेत्र से ऐसी चौंकाने वाली खबर सामने आई है जिसने स्थानीय समाज को हिला दिया है। ग्रामीणों ने क्षेत्र के पी.के. लॉज और गोल्डेन होटल को अनैतिक गतिविधियों का अड्डा बताते हुए पुलिस-प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीणों का आरोप है कि इन होटलों में घंटों तक छात्र-छात्राएं और युवक-युवतियां ठहरते हैं। देर रात तक होने वाली संदिग्ध गतिविधियों से गांव का माहौल बिगड़ रहा है। यह स्थिति न केवल सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुँचा रही है बल्कि नई पीढ़ी के भविष्य पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
पुलिस-प्रशासन की चुप्पी पर गुस्सा
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस की मिलीभगत है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार लिखित शिकायतें करने के बावजूद अभी तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई।
15 अप्रैल 2024 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर को पत्र दिया गया।
25 अप्रैल 2024 को उपजिलाधिकारी चौरीचौरा को शिकायत सौंपी गई।
इसके अलावा 29 अप्रैल 2024 को रमेश कुमार नामक ग्रामीण ने जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई।
फिर भी प्रशासन की खामोशी कई सवाल खड़े कर रही है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द छापेमारी और ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
अब सवाल यह है कि आखिर क्यों पुलिस-प्रशासन आँख मूँदकर बैठा है? क्या इस चुप्पी के पीछे कोई और बड़ा खेल है?