इंडिगो फ्लाइट में पंजाब BJP अध्यक्ष को मिली टूटी सीट, एयरलाइन पर उठाए सवाल
नई दिल्ली: इंडिगो एयरलाइंस की लापरवाही एक बार फिर चर्चा में है। इस बार मामला पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ से जुड़ा है, जिन्हें इंडिगो की फ्लाइट में टूटी हुई सीट मिली। उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए एयरलाइन कंपनी के 'चलता है' रवैये पर सवाल उठाए। इससे पहले, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी ऐसी ही टूटी हुई सीट पर सफर कर चुके हैं।
क्या है पूरा मामला?
सुनील जाखड़ इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट में सफर कर रहे थे, जब उन्होंने देखा कि उनकी सीट टूटी हुई थी। उन्होंने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि,
"एक नामी एयरलाइन होने के बावजूद इंडिगो की यह लापरवाही बेहद चौंकाने वाली है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखना एयरलाइन की जिम्मेदारी है, लेकिन यहां 'चलता है' वाला रवैया अपनाया जा रहा है।"
शिवराज सिंह चौहान के साथ भी हुआ था ऐसा
कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी इंडिगो फ्लाइट में टूटी हुई सीट पर बैठाया गया था। उन्होंने भी इस पर नाराजगी जताई थी, लेकिन एयरलाइन की ओर से कोई ठोस जवाब नहीं आया।
एयरलाइन पर उठे सवाल
इस घटना के बाद यात्रियों ने सोशल मीडिया पर एयरलाइन कंपनी को घेरना शुरू कर दिया है।
- यात्रियों का कहना है कि टिकट के दाम तो पूरे लिए जाते हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर समझौता किया जाता है।
- कई लोगों ने इंडिगो पर पहले भी सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।
- यात्रियों ने DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।
इंडिगो का जवाब
इंडिगो एयरलाइंस की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि तकनीकी टीम को इस मुद्दे पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या यात्रियों की सुरक्षा खतरे में?
इस तरह की घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि क्या यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है? टूटी हुई सीट का मतलब है कि इमरजेंसी के समय यात्री की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर यात्रियों ने इंडिगो की सेवाओं पर सवाल उठाए हैं। एक यात्री ने ट्वीट किया,
"हम हवाई यात्रा के लिए अच्छे पैसे खर्च करते हैं, लेकिन बदले में हमें सुरक्षा और आराम की कोई गारंटी नहीं मिलती। एयरलाइन को इस पर जवाब देना चाहिए।"
निष्कर्ष
इंडिगो जैसी नामी एयरलाइन से इस तरह की लापरवाही यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है। सरकार और DGCA को इस पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।