गोरखपुर -: एक समुदाय के झंडे और तिरंगे के मामले को लेकर झंगहा थाना का हुआ घेराव
कृपा शंकर चौधरी ब्यूरो गोरखपुर
गोरखपुर। सैकड़ों की संख्या में झंगहां ग्राम सभा के युवकों द्वारा झंगहां थाना का घेराव किया गया। मस्जिद के सामने स्थित एक कंपनी के फोन टावर पर लगें तिरंगे झंडे को फाड़ने का आरोप लगाया गया। मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए झंगहा थानाध्यक्ष जयंत कुमार सिंह द्वारा तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
दरअसल आज झंगहा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा झंगहा पांडे टोला स्थित मस्जिद के सामने स्थित एक फोन टावर से तिरंगा झंडा और बारा वफात त्योहार पर लगे झंडे को उतारने के दौरान तिरंगा फटने पर बवाल खड़ा हो गया। सैकड़ो की संख्या में पहुंचे युवकों द्वारा झंगहा थाने का घेराव किया गया और जानबूझकर तिरंगा फाड़ने का आरोप लगाया गया। इसके साथ ही कार्रवाई की मांग की गई।
इस संबंध में झंगहा थानाध्यक्ष जयंत कुमार सिंह ने बताया कि मुझे शनिवार को बरा वफात कमेटी के लोगों द्वारा लिखित तहरीर दिया गया कि मेरे समुदाय के झंडे को नीचे झुकाया गया जिसको लेकर पुलिस हरकत में आई और स्थानीय पुलिस द्वारा ग्राम सभा झंगहा के पांडेय टोला निवासी अमित गौंड को थाने ला कर शांति भंग में चालान कर दिया। इससे नाराज बच्चों ने आरोप लगाते हुए आज शाम को थाने का घेराव करते हुए टावर वाले सहित दूसरे समुदाय की मिली भगत से राष्ट्रीय झंडे को फाड़ने का आरोप लगाया और गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
जबकि टावर पर काम करने वाले व्यक्ति जितेंद्र यादव ने बताया कि मैं झंडा उतारने के लिए चढ़ा किंतु फाड़ा नहीं हूं। झंडे को उतारने के लिए खींचा तो फट गया। मामले की गंभीरता को समझते हुए झंगहा पुलिस द्वारा तीन लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
तहकीकात न्यूज़ के द्वारा मामले को गंभीरता पूर्वक जांचने पर पता चला कि उक्त टावर पर 15 अगस्त को ग्राम सभा के कुछ लोगों द्वारा झंडा फहराया गया था किंतु समय के साथ झंडा खराब हो गया था। बारा वफात के दिन मुस्लिम समुदाय के द्वारा टावर पर धार्मिक झंडा फहराया गया और फहराते हुए झंडे का सोशल मीडिया पर रील बनाकर खूब प्रचारित किया गया। एक समुदाय के लहराते हुए धार्मिक झंडे और सोशल मीडिया पर प्रचार देख कुछ लड़कों द्वारा उक्त स्थान के उपर तिरंगा भी लहरा दिया गया। झंडा का ऊपर नीचे होना विवाद बन गया और आपसी बहस भी शुरू हो गई। आखिरकार मामला थाने पर पहुंच गया और इस मामले में एक व्यक्ति को शांति भंग में चालान कर दिया गया। एकतरफा चालान से ग्रामीण नाराज़ थे वहीं झंडा फटने की खबर ने आग में घी डालने का काम कर दिया।