गोरखपुर -: तिरंगा फटने के मामले को लेकर उग्र युवा सड़कों पर
आपसी सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश पर हो रही है चर्चा
कृपा शंकर चौधरी
गोरखपुर। झंगहा स्थित पांडे टोला के फोन टावर पर से धार्मिक झंडा और राष्ट्रीय तिरंगा उतारने के दौरान तिरंगा झंडा फटने का मामला सोमवार को भी तूल पकड़ें रहा। सबेरे से सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने झंगहा थाने पर पहुंच विरोध जताया और अन्य की गिरफ्तारी की मांग करते हुए झंगहा चौराहे के टैक्सी स्टैंड के पास रोड जाम कर दिया। स्थानीय विधायक सरवन निषाद के आने और एक अन्य की गिरफ्तारी के बाद जाम खोला गया।
झंगहा थाना के ग्राम सभा झंगहा स्थित पांडे टोला में दो समुदायों के बीच झंडा अपमान का मामला शनिवार से ही चल रहा था। बारा वफात कमेटी झंगहा के द्वारा झंडा झुकाने की शिकायत पर स्थानीय पुलिस द्वारा स्थानीय अमित गौड़ पर शांति भंग में चालान किया गया था। इस बात को लेकर एक पक्ष काफी नाराज था। रविवार को टावर कर्मचारियों द्वारा समुदाय के धार्मिक झंडा सहित तिरंगा को उतारने के दरमियान तिरंगा फटने पर मामला और बढ़ गया और इसे लेकर शाम को सैकड़ो की संख्या में युवाओं द्वारा थाने का घेराव कर प्रार्थना पत्र दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रार्थना पत्र के अनुसार रात में ही तीन लोगों को पूछताछ के लिए बैठाया गया था और किसी तरह मनाने पर देर रात युवक वापस गये। दूसरी तरफ तिरंगा फटने के मामले में टावर कर्मचारी जितेंद्र यादव ने कहा था कि झंडा उतारने के दौरान उससे वह फट गया था।
इस मामले को लेकर सोमवार को भी स्थानीय युवाओं द्वारा थाने का घेराव कर अन्य की गिरफ्तारी की मांग की गई और झंगहा टेंपो स्टैंड के पास सड़क जाम कर दिया गया। थाना प्रभारी जयंत कुमार सिंह द्वारा काफी समझाने बुझाने के बाद भी जाम नहीं खुल सका और लोगों की भीड़ बढ़ती गई। मामले की जानकारी स्थानीय विधायक सरवन निषाद को जब हुई तब वह मौके पर पहुंचे किसी तरीके समझाकर उन्होंने जाम खुलवाया और एक अन्य की गिरफ्तारी भी की गई।
मामले की गहराई से जांच करने के बाद यह स्पष्ट है कि इस मामले में कुछ लोगों द्वारा आपसी सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास सहित राजनीति भी की गई है। इसके अलावा पुलिस पर अप्रत्यक्ष रूप से नियम विरुद्ध दबाव बनाने का भी भरपूर प्रयास किया गया है।