रवि किशन और ग्रामीण विधायक विपिन सिंह ने गोरखपुर में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का किया उद्घाटन
कृपा शंकर चौधरी
गोरखपुर। गोरखपुर के सदर सांसद रवि किशन शुक्ल और गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह ने रविवार को जिलाधिकारी कार्यालय से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी दीपक मीणा भी मौजूद रहे। अभियान 5 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलेगा और इसमें बारह विभाग सामूहिक प्रयास करेंगे।
सदर सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इंसेफेलाइटिस जैसी महामारियों पर नियंत्रण में जनसहयोग का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने आसपास साफ-सफाई रखें, जलजमाव न होने दें, बच्चों का टीकाकरण कराएं और किसी भी प्रकार के बुखार की स्थिति में नजदीकी सरकारी अस्पताल से इलाज कराएं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाएँ निःशुल्क उपलब्ध हैं।
अभियान के नोडल अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश झा ने बताया कि इस अभियान के दौरान मच्छरों और जलजनित बीमारियों पर नियंत्रण, स्वच्छता व्यवस्था, जनजागरूकता अभियान और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अभियान में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन, नगर निगम, पंचायती राज, सूचना एवं सहयोगी संस्थाएँ जैसे WHO, UNICEF और PATH भी सक्रिय निगरानी एवं सहयोग करेंगी। इस बार अभियान का मुख्य फोकस डेंगू के प्रसार को रोकने पर रहेगा।
कार्यक्रम में नगर निगम के पार्षद अजय राय, रणंजय सिंह जुगनू, सांसद प्रतिनिधि समरेन्द्र विक्रम सिंह, एसीएमओ आरसीएच डॉ. ए.के. चौधरी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वी.पी. पांडेय, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिनव मिश्र और जिला पंचायती राज अधिकारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डीएचईआईओ केएन बरनवाल ने किया।
संचारी रोगों पर नियंत्रण के संकेत
डॉ. झा ने बताया कि जिले में इस साल चार अक्टूबर तक इंसेफेलाइटिस के 21 मामले सामने आए, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 57 केस थे। इसी तरह डेंगू के 139 मामले और मलेरिया के 19 मामले दर्ज हुए हैं। मौत का कोई मामला इस साल नहीं हुआ है। विशेष रूप से जापानीज इंसेफेलाइटिस से 2021 से जिले में कोई मृत्यु दर्ज नहीं हुई है।
सदर सांसद रवि किशन और विधायक विपिन सिंह ने उपस्थित लोगों को संचारी रोगों से बचाव और स्वच्छता बनाए रखने की शपथ दिलाई और सामुदायिक सहभागिता की भूमिका पर जोर दिया।