गोरखपुर में SIR अभियान को मिली बड़ी मजबूती: सांसद रवि किशन ने खुद भरा फॉर्म, जनता से कहा—“मतदान सूची में आपका नाम ही लोकतंत्र की असली ताकत”
कृपा शंकर चौधरी ब्यूरो गोरखपुर
गोरखपुर में मंगलवार का दिन लोकतांत्रिक जागरूकता और नागरिक जिम्मेदारी के नाम रहा। क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद रवि किशन शुक्ला ने आज विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत स्वयं अपना SIR फॉर्म भरकर प्रशासन की उपस्थिति में निर्वाचन संबंधित सभी विवरण उपलब्ध कराए। उनके इस कदम ने शहर में मतदाता सत्यापन अभियान को नई ऊर्जा और नई दिशा दी है।
फॉर्म भरने के दौरान मौजूद अधिकारियों और आम नागरिकों ने उन्हें उदाहरण के रूप में देखा, क्योंकि प्रायः लोग मतदाता सूची में सुधार को लेकर लापरवाही बरतते हैं। इसी पर संदेश देते हुए सांसद ने कहा— *“सशक्त लोकतंत्र की नींव हैं ‘सत्यापित मतदाता’। आपका नाम मतदाता सूची में सही-सही दर्ज होना सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र को मजबूती देने का सबसे बड़ा तरीका है।”*
उन्होंने आगे कहा कि यह अभियान हर उम्र, हर वर्ग और हर समाज के नागरिक के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है।
*“आप सभी SIR फॉर्म अवश्य भरें। आपका यह छोटा सा प्रयास भारत के लोकतंत्र को मजबूत करेगा। जब मतदाता सूची सही होगी, तभी मतदान भी सही होगा और प्रतिनिधित्व भी सही।”*
*क्या है SIR फॉर्म और क्यों है महत्वपूर्ण?*
विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान नागरिकों को अपने-अपने विवरण—जैसे पता, उम्र, फोटो, परिवार के नए मतदाता, मृत्यु या स्थानांतरण की जानकारी—सत्यापित करनी होती है। कई बार लोगों के नाम सूची से गलती से हट जाते हैं या नए पात्र मतदाताओं का पंजीकरण नहीं हो पाता। SIR अभियान ऐसे सभी मुद्दों का समाधान करता है।
*सांसद की पहल से बढ़ी लोगों की दिलचस्पी*
जैसे ही खबर फैली कि सांसद ने स्वयं फॉर्म भरकर अभियान की शुरुआत को गति दी है, कई स्थानों पर नागरिक स्वयं बूथों और हेल्प डेस्क पर पहुंचने लगे। स्थानीय प्रशासन ने सांसद के इस कदम को “जन-जागरूकता को बढ़ाने वाला निर्णायक प्रयास” बताया।
*निर्वाचन विभाग भी हुआ सक्रिय*
अधिकारियों ने बताया कि अब घर-घर जाकर लोगों को SIR फॉर्म भरने के लिए जागरूक किया जाएगा। मोबाइल कैंप, बूथ सुविधा केंद्र और ऑनलाइन व्यवस्था—इन सबके जरिए मतदाताओं को अधिक से अधिक सुविधाएं दी जाएँगी।
*जनता से सीधी अपील*
सांसद ने अंत में यह कहते हुए जनता का आह्वान किया—
*“मतदाताओं की सटीक सूची ही लोकतंत्र की रीढ़ है। यदि आपका नाम सूची में ही नहीं होगा, तो आपका मताधिकार अधूरा रह जाएगा। यह अधिकार आपका है—इसे संजोएं, इसे सुरक्षित रखें।”*
सांसद के इस संदेश के बाद शहर में SIR अभियान को लेकर नए उत्साह की लहर दौड़ गई है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बड़ा संख्या में लोग फॉर्म भरकर अपने मतदाता विवरणों को अद्यतन करेंगे और लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाने में योगदान देंगे।