श्री रमता पंच दशनाम अखाड़े की पेशवाई निकली: शरीर पर भभूत लगाकर बुलेट से निकले बाबा, हर-हर महादेव के लगे जयकारे
पवित्र कुंभ मेला के दौरान हर साल होने वाली पेशवाई का आयोजन इस बार भी धूमधाम से किया गया। श्री रमता पंच दशनाम अखाड़ा के अध्यक्ष बाबा की पेशवाई ने पूरे इलाके में भक्तों का उत्साह और भक्ति का माहौल बना दिया। इस पेशवाई का सबसे खास आकर्षण था, जब बाबा ने बुलेट पर सवार होकर अपनी यात्रा शुरू की और शरीर पर भभूत लगाकर महाकुंभ में भाग लिया।
शरीर पर भभूत और बुलेट से यात्रा
बाबा का यह अनोखा रूप देखकर हर कोई हैरान था। बुलेट पर सवार होकर अखाड़े के प्रमुख बाबा ने अपनी यात्रा की शुरुआत की और जैसे ही वे सड़क से गुजरते गए, हर-हर महादेव के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा। इस दौरान श्रद्धालु हर-हर महादेव के नारे लगाते हुए बाबा के साथ चल रहे थे। भभूत उनके शरीर पर थी, जो धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा मानी जाती है और एक साधू जीवन की पहचान होती है।
अखाड़े की पेशवाई का महत्व
यह पेशवाई केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ें और शक्ति का प्रतीक मानी जाती है। पंच दशनाम अखाड़ा के संत और बाबा की पेशवाई को देखकर हर कोई ध्यानमग्न हो जाता है और यह दृश्य भक्तों के लिए एक अद्वितीय अनुभव बन जाता है। पेशवाई के दौरान अखाड़े के संत, साधु-संत, और भक्त गाजे-बाजे के साथ चलते हुए भगवा ध्वज को लहरा रहे होते हैं।
जयकारों और भक्ति का माहौल
पेशवाई के दौरान भक्तों की भीड़ बेमिसाल थी। हर कोई बाबा के दर्शन के लिए बेताब था। सड़कों पर भक्तों ने हर-हर महादेव के जयकारे लगाए और बाबा के कदमों में आस्था के साथ झुके। इस धार्मिक आयोजन ने लोगों को एकजुट किया और सभी ने मिलकर इस पवित्र अवसर को धूमधाम से मनाया।