माणा एवलांच: 37 श्रमिक डिस्चार्ज, 9 का इलाज जारी
                            
                            
                              
उत्तराखंड, चमोली: माणा में आए भयानक एवलांच से प्रभावित 37 श्रमिकों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि 9 मजदूर अभी भी इलाजरत हैं। इनमें से दो को गंभीर स्थिति के कारण AIIMS रेफर किया गया है। इस आपदा में कुल 54 मजदूर फंसे थे, जिनमें से कुछ को बचाव दल ने समय रहते सुरक्षित बाहर निकाला था।
भूस्खलन के बाद का हाल
उत्तराखंड के माणा क्षेत्र में भारी हिमस्खलन (एवलांच) होने से निर्माण कार्य में लगे मजदूर मुश्किल में फंस गए थे। प्रशासन और NDRF, SDRF, सेना और ITBP की टीमों ने तेजी से राहत कार्य किया और कई लोगों को बचाया।
इलाजरत मजदूरों की स्थिति
✔ 37 श्रमिक डिस्चार्ज होकर अपने घर लौट चुके हैं।
✔ 9 श्रमिक अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से 2 को AIIMS रेफर किया गया है।
✔ कुछ मजदूर अभी भी मानसिक रूप से सदमे में हैं और उनका परामर्श किया जा रहा है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सरकार और स्थानीय प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। राज्य सरकार ने बचाव और राहत कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि घायलों का पूरा इलाज निशुल्क किया जाएगा और प्रभावित मजदूरों को हर संभव सहायता दी जाएगी।
स्थानीय लोगों का योगदान
माणा गांव के स्थानीय लोगों ने भी बचाव अभियान में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने श्रमिकों को गर्म कपड़े और भोजन उपलब्ध कराया, जिससे वे ठंड में बच सके।
भविष्य की तैयारी
सरकार इस क्षेत्र में भूस्खलन और हिमस्खलन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की योजना बना रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण एवलांच की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसलिए सतर्कता जरूरी है।
निष्कर्ष
माणा एवलांच से प्रभावित मजदूरों को तेजी से राहत और इलाज मिल रहा है। हालांकि, अभी भी 9 मजदूर अस्पताल में भर्ती हैं। प्रशासन, सेना और स्थानीय लोगों की मदद से कई जानें बचाई गईं, जो राहत की बात है।