टीईटी अनिवार्यता के विरोध में सड़कों पर उतरे शिक्षक, कलेक्ट्रेट पहुंचकर सौंपा ज्ञापन
उपेन्द्र कुमार पांडेय, आज़मगढ़।
आजमगढ़। टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) की अनिवार्यता के खिलाफ आज़मगढ़ के शिक्षक सड़कों पर उतर आए। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले जिलाध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में हजारों की संख्या में शिक्षक डीएवी इंटर कॉलेज मैदान में जुटे। इसके बाद शिक्षकों ने जुलूस निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
जिलाध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आरटीई एक्ट लागू होने से पहले नियुक्त शिक्षकों पर दो वर्ष के भीतर टीईटी पास करने की शर्त पूरी तरह अनुचित है। सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले को उन्होंने अव्यावहारिक और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। वहीं शिक्षक नेता वेदपाल सिंह ने कहा कि इस फैसले से लगभग 10 लाख शिक्षकों की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। सरकार को चाहिए कि टीईटी की अनिवार्यता को समाप्त करे, जिससे शिक्षकों को राहत मिल सके।
इस प्रदर्शन में प्रांतीय महामंत्री एवं राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष उमाशंकर सिंह, राष्ट्रीय काउंसलर मंजूलता राय, कोषाध्यक्ष राजेंद्र यादव, अनिल सिंह, राजेश सिंह, उपेंद्र दत्त शुक्ल, अवधराज सिंह, प्रमोद लाल श्रीवास्तव, वकील मौर्य, हरेंद्र यादव, केदारनाथ वर्मा, संतोष राय, प्रियंका श्रीवास्तव, डॉ. चंद्रभान सिंह, राकेश सिंह, अजय सिंह, मनोज सिंह, जितेंद्र राय और जयशंकर सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।