भूमि मुआवजे में 4.5% कमीशन की वसूली का आरोप, ग्रामीणों ने थाने में दी तहरीर
कृपा शंकर चौधरी
गोरखपुर । खोराबार क्षेत्र के जंगल सिकरी उर्फ खोराबार एवं खोराबार उर्फ सूबाबाजार के दर्जनों ग्रामीणों ने भूमि मुआवजे में 4.5 प्रतिशत कमीशन वसूले जाने का आरोप लगाते हुए खोराबार थाने में तहरीर दी है।
ग्रामीणों का कहना है कि उनकी जमीन गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा अधिग्रहित की गई थी। मुआवजे की राशि बढ़ाने के लिए उन्होंने भूमि अर्जन एवं पुनर्व्यवस्थापन न्यायालय (लारा कोर्ट) में वाद दाखिल किया था। कोर्ट के आदेश पर मुआवजा बढ़ने के बाद कुछ व्यक्तियों द्वारा 4.5 प्रतिशत कमीशन की मांग की जाने लगी।
आरोप है कि कमीशन न देने पर बैंक से धन निकालने के दौरान संबंधित लोगों ने मारपीट, अभद्रता और जान से मारने की धमकी दी। इस प्रकरण में छोटू सिंह उर्फ रंजीत सिंह व सत्यम शुक्ला के नाम प्रमुख रूप से सामने आए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इसमें भूमि अर्जन कार्यालय गोरखपुर और यूनियन बैंक कचहरी शाखा के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत है, हालांकि जीडीए का कोई अधिकारी इसमें शामिल नहीं है।
ग्रामीणों के अनुसार ₹30 करोड़ से अधिक के मुआवजे में करीब ₹1.49 करोड़ रुपये ‘दलाली’ के रूप में वसूले गए, जो बैंक से निकासी के दौरान कैश काउंटर पर झोले में भरकर ले लिए गए।
ग्रामीणों में कमलेश राय, रजनीश सिंह, बृजेश राय, धर्मेन्द्र, विनोद, राजू कुमार, राहुल मध्देशिया, दिनेश कुमार, महेन्द्र, प्रवीण सिंह, नेबूलाल, दयानन्द, राहुल सिंह, हरीलाल, रामवृक्ष गौड़, हरिश्चन्द्र निषाद, सन्तराज, रुखमणी, दुर्गावती, माधुरी, लिलावती, सरस्वती, विद्यावती, बलवन्ती, नीतू देवी, चन्द्रज्योति, आशा, राम हरख, कमला कान्त, कृष्णा व गोविन्द सहानी शामिल हैं।
ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच कराने और वसूली गई कमीशन की रकम वापस दिलाने की मांग की है।