“हमार भोजपुरी: मातृभाषा और अस्मिता पर संगोष्ठी में जोरदार चर्चा”
निज प्रतिनिधि
गोरखपुर: 17 अक्टूबर 2025 को राम रहस्य महाविद्यालय, सिंहपुर, हरिया चौरी चौरा में आयोजित संगोष्ठी “मातृभाषा और अस्मिता – हमार भोजपुरी” में भोजपुरी भाषा की गरिमा और महत्व पर चर्चा हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने की, जबकि मुख्य अतिथि डॉ. लारी आजाद और विशिष्ट अतिथि श्री रमेश तिवारी व कप्तान वीरेंद्र सिंह उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि डॉ. लारी आजाद ने कहा कि भोजपुरी हमारी शान, पहचान और संस्कृति है। लगभग 14 करोड़ लोग इसे बोलते हैं, फिर भी इसे संविधान में पर्याप्त सम्मान नहीं मिला है। उन्होंने इसे स्वतंत्र और समृद्ध भाषा बताते हुए भारत की अंतरराष्ट्रीय पहचान का हिस्सा बताया।
विशिष्ट अतिथि कप्तान वीरेंद्र सिंह ने मातृभाषा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह बच्चों के बौद्धिक और भावनात्मक विकास में भी अहम भूमिका निभाती है। श्री रमेश तिवारी ने भोजपुरी संगीत और कला में अश्लीलता पर चिंता जताई और सही दिशा में संस्कृति को संरक्षित करने का आह्वान किया।
मुख्य वक्ता और भोजपुरी पुनर्जागरण मंच के संस्थापक अध्यक्ष श्री नरसिंह ने मंच की स्थापना और उद्देश्य बताये। उन्होंने कहा कि मातृभाषा के अवसान से लोगों की पहचान और स्वाभिमान प्रभावित होता है। मंच की प्राथमिकता भोजपुरी भाषा को संवैधानिक दर्जा दिलाना, क्षेत्र के गौरवशाली अतीत को जन-जन तक पहुंचाना और समृद्ध साहित्य का सृजन करना है।
कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं ने भोजपुरी में अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया, जिसे मंच ने सराहा और भोजपुरी पुनर्जागरण मंच द्वारा पुरस्कृत किया गया। उपस्थित लोगों ने भाषा और संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता जताई।