फर्जी डॉक्टर के गलत इलाज से महिला की मौत, पुलिस ने नहीं लिखा मुकदमा; पीड़ित ने ली न्यायालय की शरण
कृपा शंकर चौधरी
गोरखपुर। खोराबार थाना क्षेत्र में फर्जी डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से महिला की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि स्वयं को डॉक्टर बताने वाले अस्पताल संचालक की लापरवाही से महिला की जान गई, लेकिन शिकायत के बावजूद पुलिस ने अब तक मुकदमा दर्ज नहीं किया, जिससे मृतका के परिवार में गहरा आक्रोश है।
ग्राम चड़ेरिया, थाना गगहा निवासी राम गोविन्द ने बताया कि उनकी पत्नी सरिता (38 वर्ष) के पैर में सुन्नपन और झुनझुनी की शिकायत थी। 2 मई 2025 को इलाज के लिए वे सदर अस्पताल गोरखपुर पहुंचे थे। वहीं एक युवक ने बेहतर इलाज का भरोसा देकर मोतीराम अड्डा स्थित “विमल लाइफ केयर फालिज हॉस्पिटल” भेजा, जहाँ स्वयं को डॉक्टर बताने वाले दिनेश कुमार निषाद ने उपचार शुरू किया और एक्यूपंचर के बाद कमर तथा दाहिने हाथ की नस में इंजेक्शन लगाया।
परिजनों के अनुसार इंजेक्शन लगते ही सरिता बेहोश हो गईं और उनकी हालत बिगड़ती चली गई। अस्पताल संचालक द्वारा गंभीर बताकर उन्हें एम्बुलेंस से सवेरा अस्पताल, मोहद्दीपुर भेजा गया, जहाँ डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि महिला की मौत वहीं गलत इंजेक्शन लगाने और लापरवाहीपूर्ण उपचार के कारण हुई थी।
मृतका का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया गया। घटना के बाद 10 जुलाई 2025 को राम गोविन्द ने खोराबार थाने पर तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की, लेकिन उनका आरोप है कि थाने में मामला दर्ज नहीं किया गया और सुलह का दबाव बनाया गया।
पीड़ित राम गोविन्द से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि—
> “थाने पर तहरीर देने के बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं हुआ, इसलिए विवश होकर मुझे न्यायालय की शरण लेनी पड़ी। मामला न्यायालय में पहुंच चुका है। उम्मीद है कि मुकदमा जल्द दर्ज होगा और अन्याय करने वालों के खिलाफ न्यायालय कठोर कार्रवाई करेगा।”
पीड़ित का कहना है कि दिनेश कुमार निषाद डिग्रीधारी डॉक्टर नहीं बल्कि अस्पताल संचालक है, और इस प्रकार की घटनाओं को पहले भी अंजाम दे चुका है। परिवार ने उपचार की वीडियो रिकॉर्डिंग व अस्पताल बोर्ड की तस्वीरें भी साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत की हैं।
राम गोविन्द ने मुख्यमंत्री, ADG गोरखपुर परिक्षेत्र, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा थानाध्यक्ष खोराबार को पत्र भेज कर आरोपी पर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।