सुभासपा नेता अभिषेक उपाध्याय की आत्मदाह की चेतावनी का मामला। विवाद सुलझाने में प्रशासन हुआ नाकाम
उपेन्द्र कुमार पांडेय
आजमगढ़:: सुभासपा नेता अभिषेक उपाध्याय की आत्मदाह की चेतावनी के तीसरे दिन सोमवार को प्रशासनिक अमला कन्दरा गांव में जमीनी विवाद सुलझाने पहुचे नायब तहसीलदार फूलपुर राजाराम के साथ पहुंची पुलिस और राजस्व टीम ने दोनों पक्षों से दिन भर विवाद सुलझाने के लिए वार्ता कर प्रयास किया। काफी प्रयास के बाद भी जब सफलता हासिल नहीं हुई तो बिना विवाद सुलझाए ही देर शाम प्रशासनिक अमला वापस लौट गया।
अहरौला थाना क्षेत्र के कन्दरा गांव में सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय का पुस्तैनी मकान और आबादी की जमीन है।उनका कहना है कि तीन माह पूर्व वह जानवरों आदि से सुरक्षा के लिए अपनी आबादी की जमीन में चहारदीवारी बनाना चाहा तो सपा के एक पूर्व विधायक के इशारे पर गांव के दबंग लोगों ने निर्माण कार्य रोक दिया और परिवार के लोगों को मारा पीटा। चहारदीवारी निर्माण के संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी से लेकर तहसील फूलपुर के आलाअधिकारियों के यहां प्रार्थना पत्र दिया पर वे तीन माह तक उदासीन बने रहे।जिससे क्षुब्ध होकर
21नवम्बर अभिषेक उपाध्याय ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ ही साथ मंडलायुक्त डीआईजी और पुलिस अधीक्षक को ईमेल प्रेषित कर कहा था कि तीन दिन में यदि उनकी चहारदीवारी का निर्माण नहीं हुआ तो वे 25 नवम्बर को जिलाधिकारी आजमगढ़ के आवास के सामने आत्मदाह कर लेंगे।रविवार को उन्होंने पुनः उपजिलाधिकारी फूलपुर अशोक कुमार को वॉट्सएप के माध्यम से पत्र प्रेषित कर अपनी बाद को दोहराया था। जिससे प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई।
अभिषेक उपाध्याय द्वारा तय की गई आत्मदाह की समय सीमा के अंतिम दिन अधिकारियों के निर्देश पर नायब तहसीलदार फूलपुर राजाराम राजस्व निरीक्षक कृष्ण कुमार यादव,थाना अध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार पुलिस बल के साथ कन्दरा पहुंचे और जमीनी हकीकत से रूबरू होने के बाद चहारदीवारी का निर्माण कराना चाहा पर दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई। प्रयास विफल होने पर दिन भर रहने के बाद राजस्व और पुलिस टीम वापस लौट गई।
अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि नायब तहसीलदार से लेकर पुलिस प्रशासन के लोग चहारदीवारी बनवाने के बजाय मेरे खेत में से विपक्षी की मांग पर रास्ता देने लगे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक अधिकारी मेरी ही जमीन को विपक्षियों को देने के लिए कह रहे थे। जो उन्हें मंजूर नहीं है। अभिषेक उपाध्याय ने यह भी कहा कि समय सीमा खत्म हो गई है। मंगलवार को वे जिलाधिकारी आजमगढ़ के आवास पर आत्मदाह करेंगे। उन्होंने इस बात को प्रशासनिक अधिकरियों से भी कहा।
इस संबंध में थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार का कहना है प्रयास जारी है किसी भी दशा में अभिषेक उपाध्याय को आत्मदाह नहीं करने दिया जाएगा। उच्चाधिकारियों से विवाद के निस्तारण हेतु बातचीत जारी है। समस्या का समाधान होगा।।