कैबिनेट प्रस्ताव में कई तबके को लाभ पहुंचाने की कोशिश
BIHAR -: 16 मई को नीतीश कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार अलग-अलग विभागों से जुड़े 69 प्रस्ताव पर मोहर लग गई। राज्य सरकार ने गया जिले का नाम भी बदल दिया जो अब गया जी के नाम से लोगों में जाना जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से गया का नाम बदलने का प्रस्ताव आया था जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। इसके साथ ही बोधगया शहर के लिए जलापूर्ति परियोजना की भी मंजूरी दी गई है।
लोगों का मानना है कि कैबिनेट प्रस्ताव के कारण राज्य कर्मियों की बल्ले बल्ले हो गई है।
दरअसल नीतीश कैबिनेट ने राज्य कर्मियों के डीए बढ़ाने का फैसला लिया है। अब डीए दो प्रतिशत बढ़ा दिया गया है। कर्मचारियों को अब 53 की जगह 55 फ़ीसदी डीए मिलेगी। इस बढ़ोतरी का लाभ 1 जनवरी 2025 से लागू रहेगी
वही कैबिनेट में यह भी फैसला लिया गया कि बिहार सरकार ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए शहीदों के आश्रितों को 50 लख रुपए सम्मान राशि के तौर पर देगी ।
कैबिनेट में यह भी अभी फैसला लिया गया कि बिहार सरकार बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी के जन्म दिवस 5 जनवरी को अब राजकीय समारोह के तौर पर मनाएगी। कैबिनेट की बैठक में जीविका दीदी के लिए अलग से कोऑपरेटिव बैंक खोले जाने के फैसले पर भी मोहर लगाई गई।
इसके अलावा बिहार में 6 नए अंबेडकर छात्रावास बनाने की प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई और सरकार ने 45 नए आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित करने का फैसला लिया है। महिलाओं को ध्यान में रखते हुए पटना में पिंक बस सर्विस चलाई जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को महिलाओं को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के लिए राज्य परिवहन निगम की 20 पिंक बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया। इसके अलावा राज्य में सार्वजनिक परिवहन की गुणवत्ता में सुधार के लिए बिहार राज्य परिवहन निगम लिमिटेड की 166 डीलक्स बस की भी शुरुआत करने का प्रस्ताव पर मंजूरी मिली।
मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिंह परिवहन मंत्री शीला कुमारी संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी और राज्य सरकार के कई अधिकारी उपस्थित रहे।