बिना नोटिस पशु आश्रय स्थल पर चला बुलडोजर गोंडा में लेखपाल और पुलिस पर एक लाख की रिश्वत लेकर कार्रवाई का आरोप।
राकेश सिंह
गोंडा के तहसील मनकापुर के पतिजिया खुर्द गांव में एक विवादास्पद बुलडोजर कार्रवाई का मामला सामने आया है।
बिना किसी पूर्व सूचना के पशु आश्रय स्थल ध्वस्त कर दिया गया 24 जून की शाम करीब 6:00 बजे हल्का लेखपाल कमलेश कुमार थाना छपिया की पुलिस और उप निरीक्षक जेसीबी लेकर गांव पहुंचे उन्होंने बिना कोई नोटिस दिए निर्माण को गिराना शुरू कर दिया। पीड़ित मुरली यादव ने आरोप लगाया है कि यह कार्रवाई गांव के बंसी लाल यादव की मिली भगत से की गई है।उनका दावा है कि लेखपाल और पुलिस को एक लाख रुपए का अनुचित लाभ देकर यह कार्यवाही करायी गई है।
मुरली यादव ने मुख्यमंत्री मंडलायुक्त और डीएम समेत सात अधिकारियों को प्रार्थना पत्र भेजकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और क्षतिपूर्ति की मांग की है।पीड़ित ने शिकायत में सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसलों का हवाला दिया है। इन फैसलों के अनुसार बिना नोटिस और सुनवाई के ध्वस्तीकरण कार्यवाही अवैध है। जामियत उलमा- ए- हिंद एन.पद्धम्मा के मामलों में अदालतों ने इसे संविधान व प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध माना है।मुरली यादव ने दोषी लेखपाल हल्का सिपाही उपनिरीक्षक और राजस्व निरीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है साथ ही उन्होंने इन अधिकारियों को पद से हटाने और नुकसान की भरपाई की मांग भी की है। घटना का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।