काली मंदिर की भूमि बचाने उतरे केशव राजभर — सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव ने डीएम गोरखपुर को सौंपा ज्ञापन
कृपा शंकर चौधरी
गोरखपुर। ग्राम कोलिया दक्षिणी (थाना गीडा, विकास खंड पिपरौली, तहसील सहजनवां) के ग्रामीणों ने गुरुवार को माता काली मंदिर की भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराने और मंदिर के जिर्णोद्धार की मांग को लेकर जिलाधिकारी गोरखपुर को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव केशव राजभर के नेतृत्व में लगभग 50 से अधिक ग्रामीणों के साथ दिया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के बंधे के नीचे स्थित सदियों पुराना ऐतिहासिक माता काली मंदिर पांच वर्ष पहले बाढ़ की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त होकर गिर गया था। मंदिर की भूमि आराजी संख्या 627/0.050 व 658/0.58 में दर्ज है, जहां पहले मंदिर और खेल का मैदान हुआ करता था। ग्रामीणों के अनुसार, बंदोबस्त और चकबंदी के दौरान अधिकारियों की लापरवाही के चलते मंदिर की भूमि का सही ढंग से नक्शे में अंकन नहीं किया गया, जिससे अब गांव के कुछ दबंग किस्म के लोग—नगीना पुत्र संतलाल, राजकुमार पुत्र मनोहर, दिनेश पुत्र सिनोहर आदि—मंदिर भूमि पर कब्जा जमाए बैठे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि 2012 से अब तक कई बार तहसील दिवस, जिलाधिकारी कार्यालय और यहां तक कि मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल तक शिकायत की गई, मगर कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। आरोप है कि मंदिर का पुनर्निर्माण कराने पर विरोध करने वाले लोग मारपीट और फौजदारी करने की धमकी देते हैं, जिससे गांव में तनाव की स्थिति बनी रहती है।
प्रदेश महासचिव केशव राजभर ने कहा कि यह मामला केवल धार्मिक आस्था का नहीं, बल्कि ग्रामीणों की भावनाओं और सामाजिक सौहार्द का प्रश्न है। उन्होंने मांग की कि प्रशासन तत्काल उच्चाधिकारियों को मौके पर भेजकर माता काली मंदिर की पैमाइश कराए और भूमि को कब्जामुक्त कर मंदिर के पुनर्निर्माण का रास्ता खोले।
ग्रामीणों में शामिल लोगों ने चेतावनी दी कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।