“फर्जी मुकदमों का बढ़ता जाल: लोकसभा में रवि किशन ने उठाई देश की सबसे गंभीर सामाजिक-न्यायिक समस्या”
कृपा शंकर चौधरी
लोकसभा के शीतकालीन सत्र में आज गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला ने शून्यकाल के दौरान देश की एक बेहद गंभीर और बढ़ती हुई समस्या—कानूनों के दुरुपयोग और फर्जी मुकदमों के बढ़ते जाल—पर जोरदार तरीके से आवाज उठाई।
सांसद ने कहा कि आज़ादी के बाद लोक कल्याण, सामाजिक न्याय और समानता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अनेक महत्वपूर्ण कानून बनाए गए, लेकिन समय के साथ इन कानूनों को हथियार बनाकर निर्दोष लोगों को बेवजह फंसाने की घटनाएं चिंताजनक रूप से बढ़ रही हैं। उन्होंने इसे आज के भारत की सबसे जटिल सामाजिक-न्यायिक समस्या बताया।
उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा—
> “माननीय सर्वोच्च न्यायालय भी कई बार स्वतः संज्ञान ले चुका है, लेकिन समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है। फर्जी मुकदमों की बाढ़ न केवल अदालतों पर भारी बोझ डालती है बल्कि निर्दोष नागरिकों को मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से बर्बाद कर देती है।”
सांसद रवि किशन ने जोर देकर कहा कि झूठे मुकदमों के कारण कई परिवार आर्थिक संकट, सामाजिक अपमान और मानसिक यातना से गुजरते हैं। यह न केवल उनके जीवन को प्रभावित करता है, बल्कि समाज में अविश्वास और वैमनस्य भी पैदा करता है।
उन्होंने सरकार से यह महत्वपूर्ण मांग रखी कि—
लोक कल्याण के लिए बनाए गए किसी भी कानून का दुरुपयोग करके फर्जी मुकदमे दर्ज कराने वालों पर कठोर से कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि—
जांच एजेंसियों द्वारा फर्जी मुकदमों को सही साबित न कर पाने के पीछे जो भी खामियां होती हैं, उनमें शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों की स्पष्ट जवाबदेही तय की जानी चाहिए, और दोषी पाए जाने पर सख्त दंड का प्रावधान होना चाहिए।
सांसद ने कहा कि ऐसे कदम न केवल निर्दोष नागरिकों को राहत देंगे, बल्कि न्याय व्यवस्था पर बढ़ते अनावश्यक बोझ को भी कम करेंगे और प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प को मजबूत आधार प्रदान करेंगे।
अंत में उन्होंने अध्यक्ष महोदय का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह मुद्दा देश के करोड़ों लोगों के जीवन से सीधे जुड़ा है और इसके समाधान के लिए सरकार को तुरंत ठोस और प्रभावी कदम उठाने चाहिए।