“दलित युवक की भूमिधरी जमीन पर कब्जे का आरोप, प्रेस क्लब में पीड़ित ने रखी आपबीती”
गोरखपुर ब्यूरो
गोरखपुर। जनपद के थाना झंगहा क्षेत्र अंतर्गत मौजा गहिरा में अनुसूचित जाति के युवक की भूमिधरी जमीन पर जबरन कब्जे का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़ित आकाश भारती पुत्र सुनील निवासी ग्राम गहिरा टोला रघुनाथपुर ने आरोप लगाया है कि गांव के ही दबंग किस्म के लोगों द्वारा उसकी कीमती जमीन पर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। पीड़ित ने मंगलवार को गोरखपुर प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के सामने पूरे मामले को विस्तार से रखा और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई।
आकाश भारती के अनुसार उसकी भूमिधरी भूमि गाटा संख्या 2024, रकबा 0.0200 हेक्टेयर (लगभग 5 डिसमिल) पिच रोड पर स्थित है, जिसकी बाजार कीमत काफी अधिक है। यह जमीन उसके पूर्वज मिश्री पुत्र स्वर्गीय महराज के नाम से राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। हाल ही में उसके बाबा मिश्री का निधन हो गया है और वरासत की कार्यवाही अभी लंबित है। पीड़ित का आरोप है कि इसी का फायदा उठाकर गांव के राजेन्द्र मिश्र पुत्र अनिरुद्ध मिश्र तथा उनके पुत्र आनंद मिश्र अपने सहयोगियों के साथ जमीन को जबरन अपने कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे हैं।
पीड़ित ने बताया कि 1 नवंबर 2025 को जब उसने कब्जे का विरोध किया तो आरोपितों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे धमकाया और कहा कि जमीन पर कब्जा कर मकान बनवाया जाएगा। साथ ही जान से मारने और झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी गई। पीड़ित का कहना है कि यह अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है।
आकाश भारती ने बताया कि उसने ग्राम प्रधान, लेखपाल, तहसीलदार, एसडीएम, थाना व पुलिस अधिकारियों के यहां कई बार लिखित व ऑनलाइन शिकायतें कीं। जनसुनवाई, थाना दिवस और समाधान दिवस में भी प्रार्थना पत्र दिया गया, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी। हालांकि हल्का लेखपाल द्वारा मौके पर पहुंचकर पैमाइश की गई और जमीन पीड़ित की होना स्पष्ट किया गया, इसके बावजूद आरोपितों ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीड़ित ने कहा कि वह एक गरीब दलित परिवार से है और अपने घर की जिम्मेदारी अकेले निभा रहा है, जबकि आरोपित प्रभावशाली और दबंग प्रवृत्ति के हैं। उसने प्रशासन से मांग की कि उसकी जमीन को कब्जा मुक्त कराया जाए, निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगे तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। पीड़ित ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो उसे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।