मजदूरी की तलाश में गया किसान का बेटा हादसे का शिकार, दो दिन बाद गांव पहुंचा शव, हर आंख नम
रिपोर्ट — विनोद कुमार
सोनबरसा बाजार एवं जगदीशपुर, गोरखपुर
गोरखपुर/पिपराइच ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम हरखापुर में गुरुवार को उस समय कोहराम मच गया, जब हैदराबाद में हादसे का शिकार हुए एक होनहार युवक का शव दो दिन बाद गांव पहुंचा। मजदूरी कर परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का सपना लेकर घर से निकला किसान का बेटा कभी वापस नहीं आएगा, यह सोचकर पूरा गांव शोक में डूब गया।
ग्राम हरखापुर निवासी अशोक तिवारी के 19 वर्षीय पुत्र अजीत तिवारी की हैदराबाद में निर्माणाधीन मकान में काम करते समय दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों के अनुसार अजीत रोजी-रोटी की तलाश में कुछ माह पहले हैदराबाद गया था और वहां एक निर्माणाधीन बहुमंजिला भवन में मजदूरी कर रहा था। 16 दिसंबर 2025 को परिजनों को फोन के माध्यम से सूचना मिली कि सातवीं मंजिल पर काम के दौरान उसकी सेफ्टी बेल्ट टूट गई, जिससे वह नीचे गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
दो दिन बाद जब युवक का शव गांव पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया। मां का रो-रोकर बुरा हाल था, वहीं पिता अशोक तिवारी बेसुध नजर आए। उन्होंने बताया कि अजीत पहले खेती के काम में उनका सहयोग करता था, लेकिन सीमित आय के कारण परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था। घर की माली हालत सुधारने की उम्मीद में ही वह बाहर काम करने गया था।
मिलनसार और मेहनती अजीत की मौत की खबर से गांव में मातम पसरा रहा। अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी और सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से उसे अंतिम विदाई दी। गांव की हर गली में सिर्फ उसी की चर्चा थी।
ग्रामीणों ने इस हादसे को बेहद दुखद बताते हुए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री से पीड़ित परिवार को अहेतुक सहायता दिए जाने की मांग की है, ताकि टूट चुके इस परिवार को कुछ सहारा मिल सके।